नई दिल्ली
चीन के वुहान से फैलना शुरू हुआ कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। शुरुआत में इसका कहर चीन पर टूटा था, लेकिन अब कोरोना का नया ठिकना इटली बन गया है। पहले इसका केंद्र एशिया का चीन था, लेकिन अब यूरोप का इटली सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हैरानी तो इस बात की है कि इटली में कोरोना वायरस से मरने वालों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। एक दिन में इतने लोगों की मौत हो रही है, जिसकी द्वितीय विश्व युद्ध में औसतन एक दिन में नहीं हुई थी।
इटली ने दो बार तोड़ा एक दिन में सबसे ज्यादा मौतों का रिकॉर्ड
कोरोना वायरस ने इटली को कितनी बुरी तरह जकड़ लिया है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं रविवार को महज 24 घंटे यानी एक दिन में ही 368 लोगों की मौत हो गई। ये दुनियाभर में कोरोना वायरस से एक दिन में मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे
कितना खतरनाक हो चुका है कोरोना
कोरोना वायरस से दुनिया भर में अब तक 1.69 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 6500 से भी अधिक की मौत हो चुकी है। इसमें 3200 से अधिक मौतें चीन और 1800 से अधिक मौतों तो सिर्फ इटली में ही हुई हैं। भारत में अब तक 112 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और 2 लोगों की मौत हो चुकी है।एक दिन पहले ही 24 घंटे में 250 लोगों की मौत हुई थी, जो सबसे बड़ा आंकड़ा था। यानी कोरोना से मौत के मामले में इटली अपना ही रिकॉर्ड तोड़ता जा रहा है।
द्वितीय विश्व युद्ध से भी खतरनाक है कोरोना!
अगर द्वितीय विश्व युद्ध में एक दिन में हुई औसतन मौतों को देखें तो पता चलता है कि एक दिन में करीब 207 लोगों की मौत हुई थी, जबकि कोरोना से एक दिन में पहले 250 और फिर एक दिन में 368 मौतें हुईं। हालांकि, करीब 6 साल तक चले द्वितीय विश्व युद्ध की कोरोना वायरस से कोई तुलना नहीं हो सकती है, लेकिन यकीनन औसतन मौतों को देखें तो ये तो पता चल ही जाता है कि कोरोना कितना खतरनाक होता जा रहा है।
बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 से शुरू हुआ था और 2 सितंबर 1945 तक यानी करीब 6 साल (2194 दिन) चला था। इस पूरे समय के दौरान इटली में करीब 4,54,600 लोगों की मौत हुई थी। यानी एक दिन में औसतन 207 लोग मारे गए।